<p style="text-align: justify;"><em><strong>हैदराबाद जिसे शहर-ए-निगाराँ कहिए </strong></em><br /><em><strong>रंग-ए-रुख़्सार सहर-ए-हुस्न-ए-बहाराँ कहिए </strong></em></p>
<p style="text-align: justify;"><em><strong>उस के सीने में क़ुतुब-शाह का किरदार भी है </strong></em><br /><em><strong>वज़्अ’-दारी भी है इख़्लास भी है प्यार भी है </strong></em></p>
<p style="text-align: justify;"><em><strong>उस की बाँहों में बसी भागमती की दुनिया </strong></em><br /><em><strong>जगमगाता है जहाँ चाँद रवा-दारी का </strong></em></p>
<p style="text-align: justify;"><em><strong>मस्जिदें भी हैं मनादिर भी हैं गिरिजा-घर भी </strong></em><br /><em><strong>निकहत-ओ-नूर में डूबा हुआ हर मंज़र भी </strong></em></p>
<p style="text-align: justify;"><em><strong>इस लिए ‘मीर’ की ‘ग़ालिब’ की ग़ज़ल कहते हैं </strong></em><br /><em><strong>शहर को आज भी सभी ताज-महल कहते हैं </strong></em></p>
<p style="text-align: justify;">मशहूर शायर अमीर अहमद ख़ुसरव ने हैदराबाद को इन खूबसूरत शब्दों में परिभाषित किया है. एक शहर जो हैदराबादी बिरयानी के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर है उसके नामकरण का अपना दिलचस्प इतिहास है. इसका नाम हैदराबाद कैसे पड़ा इसको लेकर जो कहानी है वो क़ुतुबशाही वंश के पांचवे सुल्तान मुहम्मद क़ुली क़ुतुबशाह से जुड़ी है. दरअसल, इन्होंने 1591 ई. में गोलकुंडा से अपनी राजधानी हटाकर नई राजधानी मूसी नदी के दक्षिणी तट पर बनाई, जहां आज हैदराबाद स्थित है.<br />सुल्तान मुहम्मद क़ुली क़ुतुबशाह ने पहले इस जगह का नाम अपनी प्रेमिका ‘भागमती’ के नाम पर ‘भागनगर’ रखा. हालांकि जब सुन्दरी भागमती को क़ुतुबशाह ‘हैदरमल’ की उपाधि दी तो शहर का नाम हैदराबाद कर दिया गया.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या है हैदराबाद शब्द का मतलब</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हैदराबाद दो शब्दों हैदर और आबाद से मिलकर बना है. इसमें हैदर का अर्थ है- शेर और आबाद का मतलब- शहर या आबादी वाला इलाका. आपको यहां जानकारी दे दें कि पैगंबर मोहम्मद के दामाद हजरत इमाम अली को हैदर कहा जाता था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पूरी दुनिया में 84 हैदराबाद हैं</strong></p>
<p style="text-align: justify;">अगर कोई पूछे कि दुनिया में कितने हैदराबाद है तो आप कहेंगे एक…या ज्यादा से ज्यादा आपकी जानकारी में दो जगहों के नाम हैदराबाद हो सकता है, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि पूरी दुनिया में कुल 84 हैदराबाद हैं तो आपको आश्चर्य होगा. जी हां…पश्चिम में ईरान, अजरबैजान से लेकर पूर्व में बांग्लादेश तक हैदराबाद नाम की जगह है. आइए आपको बताते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">हेरिटेज एक्सपर्ट दास्तागीर अनवर ने टीओआई को बताया कि ईरान में कुल 71 गांव, कस्बे और शहर के नाम हैदराबाद हैं. इतना ही नहीं अजरबैजान में 10 हैदराबाद हैं. भारत में एक और पाकिस्तान में भी एक-एक हैदराबाद हैं. वहीं पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी हैदराबाद है. हालांकि बांग्लादेश में जो हैदराबाद शहर है उसके नाम की स्पेलिंग थोड़ी अलग है. वो Haiderabad लिखते हैं. ठीक इसी तरह अजरबैजान और ईरान मजैसे मुल्क़ो में Heydarabad, Heider Abad लिखते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">ऐसे कुल 9 हैदराबाद हैं जिसकी स्पेलिंग- Heydarabad (हेदराबाद) लिखी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि फारसी में हैदराबाद का उच्चारण हेदराबाद किया जाता है.</p>
<p style="text-align: justify;">ऐसा माना जाता है कि मीर मोमिन अस्ताराबादी, जो कुतुब शाही शासनकाल में प्रधानमंत्री थे उन्होंने ही इस शहर का डिजायन तैयार किया था. उन्होंने ईरान के इस्फ़हान प्रांत का अध्यन किया और हैदराबाद का टेम्प्लेट तैयार किया था.</p>
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