Delhi Auto-Taxi Fare Increased: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में ऑटी और रिक्शा से सफर करना महंगा हो गया है. दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने शुक्रवार (28 अक्टूबर) को दिल्ली में ऑटो रिक्शा और टैक्सी (Auto-Taxi Fare) के संशोधित किराए को मंजूरी दे दी है. इसके बाद अब राजधानी दिल्ली में ऑटो और टैक्सी से सफर करना मंहगा हो गया है. दरअसल, दिल्ली सरकार ने सीएनजी (CNG) के रेट बढ़ने के बाद यह फैसला लिया है. ऑटो का मीटर अब शुरुआती डेढ़ किलोमीटर के लिए 25 के बजाय 30 रुपये से डाउन होगा और उसके बाद प्रति किमी 9.5 रुपये के बजाय 11 रुपये किराया लगेगा. नाइट चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
टैक्सी के किराया भी बढ़ाया गया
इसी तरह टैक्सी के किराये में भी बढ़ाया गया है. नॉन एसी और एसी टैक्सी का किराया पहले 1 किलोमीटर के लिए 25 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किया गया. वहीं, 1 किमी के बाद नॉन AC टैक्सी का किराया 14 रुपये/किमी के बजाय 17 रुपये/किमी होगा, जबकि AC टैक्सी का किराया 16 रुपये/किमी से बढ़ाकर 20 रुपये प्रति किमी किया गया है. नाइट चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसके अलावा वेटिंग चार्ज और एक्स्ट्रा लगेज के लिए किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
Delhi government approves revised fares for Auto Rickshaws and Taxis in Delhi pic.twitter.com/AhukmleoBv
ताज़ा वीडियो
— ANI (@ANI) October 28, 2022
क्या बोली दिल्ली सरकार?
दिल्ली सरकार का कहना है कि इससे ऑटो रिक्शा और टैक्सी ड्राइवरों को कुछ राहत मिलेगी. हाल ही में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण रिक्शा और टैक्सी चालकों को काफी खर्च उठाना पड़ रहा था. सरकार ने बताया कि इससे पहले साल 2020 में ऑटो के किराया बढ़ाया गया था, जबकि टैक्सी का किराया 9 साल पहले साल 2013 में आखिरी बार बढ़ाए गए थे.
दरअसल, इस मामले को लेकर ऑटो और रिक्शा चालकों के संगठनों ने दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से इसकी शिकायत की थी. उनका कहना था कि सीएनजी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके कारण ऑटो और टैक्सी की लागत और उसके रखरखाव में ज्यादा खर्च आ रहा है. इसके विपरीत उनकी कमाई उतनी नहीं हो पा रही है. इसके चलते संगठन सरकार से किराए की समीक्षा और सिफारिश करने के लिए मई 2022 में 13 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया था.
इसे भी पढ़ेंः- MHA Chintan Shivir: वन नेशन वन पुलिस यूनिफॉर्म, कलम वाला नक्सलवाद और बंदूक वाला नक्सलवाद, पढ़ें और क्या बोले पीएम मोदी