देवरिया टाइम्स
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के नियुक्ति में की गई धांधली के मामले की जांच कर रही एसटीएफ गोरखपुर की टीम को शनिवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम ने खुखुंदू थाना क्षेत्र के महुई संग्राम स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दूसरे के प्रमाणपत्र पर तैनात फर्जी शिक्षक को स्कूल से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में फर्जी शिक्षक ने गिरोह के सरगना के साथ ही डायट व बीएसए कार्यालय में तैनात दो बाबुओं का भी नाम बताया है।

एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह को जानकारी मिली कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय महुई संग्राम में तैनात एक शिक्षक दूसरे के नाम पर नौकरी रहा है। सूचना पर टीम दोपहर को विद्यालय पहुंची और सतीश कुमार गोयल के नाम से नौकरी कर रहे शिक्षक को हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में उसने बताया कि उसका असली नाम अनिल कुमार पुत्र गणपति प्रसाद है और वह परसिया करकटही थाना खुखुंदू का निवासी है। महराजगंज में तैनात सतीश कुमार गोयल के फर्जी कागजात तैयार कराकर यहां वह नियुक्ति 2008 में ही करा लिया है। इतना ही नहीं, उसने बताया कि बीएसए कार्यालय में तैनात रहे बाबू गजेंद्र राय, डायट में तैनात बाबू सुभाष गुप्ता भी सहयोग किए हैं। जबकि इस पूरे गिरोह का सरगना उसका रिश्तेदार मुक्तिनाथ व अश्वनी है, जो पहले जेल जा चुके हैं।

इस मामले में एसटीएफ ने खुखुंदू थाने में आरोपित शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसटीएफ प्रभारी ने कहा कि मेरे फर्द में दोनों बाबू, सरगना समेत चार लोगों का नाम प्रकाश में लाया गया है।
एसटीएफ प्रभारी के साथ एसएन सिंह, आशुतोष तिवारी, जशवंत सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, विनय सिंह भी मौजूद रहे।