देवरिया टाइम्स
देवरिया। संत विनोबा पीजी कॉलेज के एलएलबी के पांचवें सेमेस्टर के 24वें प्रश्न पत्र की मौखिक परीक्षा में 80 छात्र-छात्राओं में 27 को फेल घोषित कर दिया गया था। भविष्य को लेकर परेशान विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष पर जानबूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत करीब दो सप्ताह पूर्व कुलपति से भी थी। उन्होंने इस मामले में जांच कमेटी का गठन किया था। अब संबंधित छात्रों को 30 दिसंबर को दोपहर एक बजे गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी कक्ष में जांच समिति के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखना है।कॉलेज में एलएलबी पंचम सेमेस्टर का परीक्षाफल गत नवंबर माह में घोषित हुआ है। इसमें कुल 80 छात्र-छात्राओं में 27 को 24वें प्रश्न पत्र (प्रोफेशनल एथिक्स एंड प्रोफेशनल एकाउंटिंग सिस्टम में) अनुत्तीर्ण कर दिया गया है। जबकि सभी छात्र-छात्राएं लिखित परीक्षा में पास हैं। ऐसे में एक साथ 27 विद्यार्थियों के फेल होने से विभाग की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान उठ रहे हैं। कॉलेज से ही जुड़े लोगों के अनुसार ऐसा पिछले 25 वर्ष के इतिहास में पहली बार हुआ है कि जिस प्रश्नपत्र की लिखित परीक्षा में सभी पास है, उसके मौखिक में निर्धारित 50 अंकों में पासिंग मार्क्स 18 भी छात्र नहीं पाए हैं। 27 में अधिकांश छात्रों को 13, 14, 15, 16, 17 तक नंबर दिए गए हैं। परीक्षाफल से नाराज विद्यार्थियों ने विभागाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कुलपति से इसकी शिकायत की थी। विद्यार्थियों का आरोप है कि कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक और विभागाध्यक्ष के बीच आपसी टशन का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।

कॉलेज के विधि विभाग के अध्यक्ष डॉ.केके शाही ने सोमवार को बताया कि अनुत्तीर्ण छात्रों के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है। परीक्ष नियमों के अंतर्गत ही हुई थी। जांच कमेटी ने अगर कोई पत्र जारी किया है तो छात्रों को उसमें अपना पक्ष रखना चाहिए। फेल छात्रों को बैक पेपर देकर पास होने का प्रयास करना चाहिए।

अधिष्ठाता विधि विभाग ने जारी किया विद्यार्थियों को अपना पक्ष रखने का निर्देश
इस मामले में बनी जांच कमेटी के अध्यक्ष एवं विधि संकाय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. चंद्रशेखर ने सोमवार को कॉलेज प्राचार्य को संबोधित पत्र जारी कर 30 दिसंबर को छात्रों को गोरखपुर उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है।