देवरिया टाइम्स
देवरिया जिले में चुनाव होने के बाद भी एक प्रधान को लाटरी के द्वारा चुना गया। मामला रामपुर कारखाना ब्लॉक के एक गांव का है। जहां तीन बार काउंटिंग होने के बाद भी फैसला नहीं होने पर दोनों प्रत्याशियों के बीच लाटरी कराया गया। इसमे एक प्रत्याशी ने बाजी मार कर जीत प्रधान पद को अपने नाम किया।

स्थानीय विकास खंड के डीहा बसंत ग्राम पंचायत को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया था। ग्राम प्रधान पद के लिए आधा दर्जन प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। 26 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान ग्राम पंचायत के कुल 936 मतदाताओं में से 672 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। दो चक्र की मतगणना के बाद अभिमन्यु गोंड़ को 190 और रविशंकर गोंड़ को 191 मत प्राप्त हुए। दुबारा हुई गिनती में रविशंकर का एक मत अवैध घोषित हो गया।

इसके चलते दोनों को बराबर 190 वोट मिले। तीसरी बार की काउंटिंग में भी दोनों के 190 मत बराबरी पर रहे। इसके बाद आर ओ महेंद्र प्रसाद की देखरेख में दोनों प्रत्याशियों ने लॉटरी से परिणाम निकालने का बात कही। लॉटरी में रविशंकर जीत गए और उन्हें गांव का नया ग्राम प्रधान घोषित किया गया। जिसके बारे में क्षेत्र में कई तरह के चर्चा होती रही।