देवरिया टाइम्स
नगर पालिका बोर्ड की बैठक बुधवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागार में हुई। सदन की कार्रवाई आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की नियुक्ति, प्रेक्षागृह विवाद और कर निर्धारण अधिकारी से सवाल-जवाब पर केंद्रित रही। सदस्यों के विकास के मुद्दे पीछे रह गए। करीब तीन घंटे का समय सदन ने गत बैठक की पुष्टि पर विचार में खपा दिया।

बोर्ड की बैठक आधे घंटे देरी से सुबह 11.30 बजे शुरू हुई। अध्यक्ष अलका सिंह की अनुमति के बाद गत बैठक की पुष्टि पर विचार किया गया। इसमें नौ बिंदुओं पर सहमति के बाद दसवें बिंदू पर पेंच फंस गया। चकियवां वार्ड सदस्य दिनेश शुक्ला ने 24 नवंबर को हुई पिछली बोर्ड बैठक में सीएलसी से लिए गए आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की जानकारी मांगी तो ईओ कुछ जवाब नहीं दे पाए। कर्मचारियों की पटलवार प्रमाणिक सूची देने के बजाय दफ्तर आकर सूची का अवलोकन करने की बात कहीं। इस पर सभासद भड़क गए। नगरपालिका की मंशा पर सवाल उठाते हुए हंगामा करने लगे। टाउनहाल स्थित प्रेक्षागृह का मामला करीब 15 मिनट चला। ईओ रोहित सिंह ने कहा कि बोर्ड बैठक में सभागार के नामकरण का प्रस्ताव पास हुआ था। इसमें प्रतिमा लगने का जिक्र नहीं था। जब प्रतिमा लग गई है तो इसे यथा स्थिति रखा जा सकता है। इस पर अमित मिश्रा, गोविंद चौरसिया, चंद्रशेखर गुप्ता, दिनेश शुक्ला आदि सभासद भड़क गए। अजय सिंह ने प्रतिमा रखे जाने के प्रकरण के जांच की मांग करते हुए मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की। सोमनाथ नगर के सभासद गोविंद चौरसिया ने वार्ड में सड़क, नाली, आवास का मुद्दा उठाया। इस दौरान सभासद इसरावती देवी, हुस्नआरा, गीता देवी, धर्मेंद्र सिंह, आरती देवी, नित्यानंद पांडेय, आशीष कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।
नौ प्रस्तावों को मिली मंजूरी
- स्टेशन रोड स्थित रिक्त पड़ी भूमि पर दुकान, कांप्लेक्स निर्माण की मंजूरी मिली।
- जलकल अनुभाग में प्रस्तावित कार्यों व सामग्री क्रय की मंजूरी प्रदान की गई।
- नए साल पर सदस्य, अधिकारी कर्मचारियों के लिए डायरी खरीद की मंजूरी दी गई।
- पालिका के नियमित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को शीतकालीन वर्दी दी जाएगी।
- निर्बल-असहायों में कंबल वितरण की मिली मंजूरी।
- रैन बसेरा बनाने व अलाव जलवाने पर अनुमानित खर्च की मंजूरी।
- छठ पर्व पर किए गए इंतजाम पर हुए खर्च के भुगतान की मंजूरी।
- नगर पालिका के विभिन्न पटलों पर मांग के सापेक्ष कंप्यूटर आपरेटर, कुशल, अर्द्धकुशल व अकुशल आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को रखे जाने की मंजूरी मिली।
- विभिन्न वार्डों में होने वाले निर्माण कार्यों के व्ययभार की मंजूरी दी गई।