देवरिया टाइम्स
बयान – ए – हर्फ साहित्य संस्था, साहित्य जगत के उन प्रतिभाओं को उचित मंच उपलब्ध कराता है जो ग्रामीण अंचलों सहित अति पिछड़े इलाके से आते हैं। हुनर व काबिलियत के बाद भी संस्था का ध्येय है कि ऐसे युवा प्रतिभा पूरे देश का नाम रोशन करें। इसी क्रम में बीते दिन बयान – – ए – हर्फ अंतर्गत देवरिया के राघव नगर में स्थित हैज टैग लाउंस एंड कैफे में बयान – ए – हर्फ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत देवरिया शहील द्विवेदी ने, “बेवजह ही सही कुछ चीजें अपनाना भी चाहिए
आग लग भी गई हो तो उसे बुझाना ही चाहिए
बड़ों कि अदब कम न होने पाएं महफिलों से
कहीं बेवजह नजरों को झुकना भी चाहिए..
सुनाकर श्रोताओं को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया।
सोनू घाट देवरिया से चलकर आये फैसल अंसारी ने,
ये बाहर दरवाज़े पर ही सुबह से शाम कर दो तुम,
अपने दिल-ओ-दिमाग़ को मेरे लिए परेशान कर दो तुम,
राहो से गुजरते इन गाड़ियों से इतना भी क्या डरना,
नज़रे मुझ पर रखों और सबको नज़रअंदाज कर दो तुम..
सुनाकर वाहवाही लूटी।
घुसरी मिश्र की शक्ति शुप्रिया मिश्रा ने-
कभी ख्वाबों में आऊ कभी पलके चुराऊ
जब सुनाया तो कार्यक्रम तालियों को गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम के आयोजक जुनेद अंसारी ने
हर बात में शायरी ढूंढने की आदत हो गई है
पहले तुमसे मोहब्बत थी
अब शायरी इबादत हो गई है
सुनाकर सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम का संचालन सयुक्त रूप से शिव मिश्र एवं अभय ने किया ।
कार्यक्रम में प्रो. राम प्रसाद तिवारी, राष्ट्रीय कवि अनन्य देवरिया, रविकांत मणि त्रिपाठी, ई. दिव्यांशु श्रीवास्तव, पंकज यादव जी, जावेद, अजय, अभय, दिनकर, आयुष वर्मा, आयुष मिश्रा, शुभम यादव, मानसी पाठक, रुचि सिंह, अदिति तिवारी, अदिति सिंह, हरीश खान, अमरेन्द्र फ़िरदौस, सुबोध तिवारी के अलावा तमाम शायरो, संगीतकारो ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया ।
पूरे चार घण्टे तक चले इस कार्यक्रम में देवरिया,वाराणसी, बिहार, आदि जिलों व प्रदेशों के मशहूर शायरों ने अपनी नज़्म सुनाकर लोगों का दिल जीत लिया।