देवरिया टाइम्स
जिला कारागार से वीडियो भेज कर धमकी दिए जाने के मामले की जांच करने शनिवार की शाम प्रभारी डीआईजी जेल डॉ.रामधनी देवरिया पहुंचे।उन्होंने कारागार का निरीक्षण करने के साथ ही इस मामले में आरोपी बंदियों व जेल के अधिकारियों से पूछताछ की। वह करीब तीन घंटे तक जिला कारागार में जमे रहे।
पूरी घटना को लेकर डीआईजी जेल काफी खफा दिखे। उन्होंने जेल के बंदी रक्षकों और ड्यूटी पर तैनात लोगों से पूछताछ किया। जेल में चल रहे मोबाइलों पर नाराजगी व्यक्त किया। अधिकारियों ने बंदियों के पास मिले मोबाइल पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने की जानकारी उन्हें दी। इसके बाद डीआईजी ने बैरक नम्बर 17 में पहुंच कर आरोपी रतन उर्फ अंबुज यादव और सिंट्टू सिंह उर्फ नन्दकिशोर सिंह को अलग-अलग बुलाकर पूछताछ की। उन्होंने मोबाइल जेल में पहुंचाने और वीडियो वायरल करने के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया। करीब तीन घंटे तक चली जांच के दौरान जेलकर्मियों की सांस फूली रही।

जिला कारागार में वीडियो बनाकर वायरल करने वाले दो बंदियों पर केस
जिला कारागार में बंद दो बंदियों ने जेल में मोबाइल से बात करते हुए बदमाशें का वीडियो बनाकर वायरल किया था। सदर कोतवाली पुलिस ने दोनों बंदियों के विरुद्ध अलग अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई जेलर की तहरीर पर किया है।
जिला कारागार में बंदी रक्षकों की नाक के नीचे बड़े पैमाने पर बंदी मोबाइल से बात करते हैं। जिला कारागार में देवरिया और कुशीनगर समेत अन्य स्थानों के बंदी और कैदी जिला कारागार में बंद है। जिला कारागार में बरहज क्षेत्र के अमांव गांव का रहने वाला रतन उर्फ अंबुज यादव पुत्र योगेन्द्र यादव हत्या के मामले में बंद है। इसके साथ ही कुशीनगर जिले के तरयासुजान थाना क्षेत्र के जबही गांव के रहने वाले सिंट्टू सिंह उर्फ नन्दकिशोर सिंह पुत्र मंटू सिंह भी जिला कारागार में बंद है। पिछले दिनों जिला कारागार में रतन का मोबाइल पर बात कर रहा था। उसके साथी सिंट्टू ने बात करने हुए मोबाइल से वीडियो बना लिया। इसके बाद रतन ने मोबाइल से बात करते हुए तीन वीडियो अमांव गांव के रहने वाले पिंटू मिश्र के ह्वाटसएप पर भेजा। वीड़ियो में मुकदमें की पैरवी न करने समेत अन्य बातें करते हुए वह धमकी दे रहा था। पिंटू की बहन गुड़िया की शिकायत पर शुक्रवार को जेल में जांच की गई तो बैरक नम्बर 17 में रह रहे रतन यादव उर्फ अंबुज के पास से मोबाइल बरामद हुआ। जेल के अधिकारियों ने रतन से सख्ती से पूछताछ किया तो उसने मोबाइल से बात करने और वीडियो वायरल करने की बात स्वीकार किया। जेलर जितेन्द्र तिवारी ने रतन उर्फ अंबुज यादव और सिंट्टू सिंह उर्फ नन्दकिशोर सिंह के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी। उसी क्रम में शनिवार को दोनों के खिलाफ 66 आईटी एक्ट, 120 बी आईपीसी और 42 कारागार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
जेल में बंद रतन यादव और सिंट्टू सिंह उर्फ नन्दकिशोर सिंह के पास से मोबाइल मिली है। शिकायत पर बैरक की जांच की गई थी। जांच में दो मोबाइल बरामद हुआ था। वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में दोनों के विरुद्ध सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।