देवरिया टाइम्स
मातहतों को पिपरपाती नहर के बारे में जानकारी नही था ठेकेदार पोकलैंड मशीन लगाकर सिल्ट की सफाई करा रहा था। सिचाई विभाग के एसडीओ को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने कोतवाली पुलिस बुला कर काम रोकवा दिया । विभाग का कलह कोतवाली तक पहुँच गया। एक्सईएन ने मनमाने ढंग से ठेकेदार को कार्य दिया था। जबकि नहर की सफाई के लोई ऑनलाइन टेंडर में कुशीनगर के एक ठेकेदार को मिला था।

सिचाई विभाग में पिपरपाती नहर की सफाई के लिए पिछले दिनों ऑनलाइन टेंडर हुआ था। यह टेंडर कुशीनगर के एक ठेकेदार को हुआ था। ठेकेदार ने छह लाख में काम लिया था । जब ठेकेदार ने काम शुरू नही किया तो एक्सईएन ने मनमाने ढंग से एक ठेकेदार को नहर की सफाई का काम दे दिया। ठेकेदार पोकलैंड मशीन लगाकर काम करा रहे थे इसी बीच एसडीओ भम्रण करते हुए वहा पहुँचे । नहर की सफाई होते देख दंग रह गए । उन्होंने ठेकेदार को बुलाकर काम रोकने को कहा लेकिन ठेकेदार ने एक्सईन के निर्देश पर कार्य कराने की बात कही । पिपरपाती नहर पर कार्य कराए जाने की जानकारी न होने पर एसडीओ ने कार्य रोक दिया। ठेकेदार ने अपने साथ अन्य ठेकेदारों को बुला लिया। कार्य नही रोकने पर एसडीओ मनोज सिंह ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी । इस पर गरुण पार पुलिस चौकी के प्रभारी विपिन मालिक मौके पर पहुँचे और कार्य रोक दिया।पुलिस ने वहाँ मौजूद ठेकेदारों को हटा दिया। जिससे विभाग के एसडीओ और एक्सईएन आमने सामने हो गए। एक्सईएन ने ठेकेदार को कार्य देते समय क्षेत्र के एडीओ और जेई को इसकी जानकारी नही दी । इसमे अधिकारी द्वारा मनमाने तरीके से काम कराया जा रहा है।एसडीओ मनोज सिंह ने बताया कि कार्यक्षेत्र के एसडीओ और जेई को बिना बताए कार्य कराया जा रहा है। जबकि इस नगर के सिल्ट की सफाई का कार्य कुशीनगर के एक ठेकेदार को मिला है।
पिपरपाती नहर की सफाई का कार्य इमरजेंसी में ठेकेदार को दिया गया था। ठेकेदार कार्य कर रहे थे । एसडीओ ने कार्य रोकवा दिया। जिसकी उन्हें जानकारी नही थी। उन्होंने पुलिस बुलाकर कार्य रोकवा दिया।
दुर्गेश गर्ग, एक्सईएन सिचाई विभाग