देवरिया टाइम्स डिजिटल डेस्क
उत्तर प्रदेश के देवरिया और सिद्धार्थनगर में बन रहे मेडिकल कॉलेज में इसी सत्र 2021-22 से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होगी। एमबीबीएस की 100-100 सीटों के लिए शासन से मंजूरी मिल गई है। मंजूरी मिलने बाद एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) को प्रस्ताव भेजा गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी माह के अंत तक या फिर फरवरी में एनएमसी से भी सीटों की मंजूरी मिल जाएगी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर सिद्धार्थनगर व देवरिया के जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में तब्दील किया गया है। दोनों जगहों पर बिल्डिंग निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। करीब 50 प्रतिशत से अधिक काम हो भी चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्व में दोनों कॉलेजों में जल्द पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने दोनों मेडिकल कॉलेजों के लिए एमबीबीएस की 100-100 सीटों का प्रस्ताव शासन को भेजा था। शासन ने सीटों की मंजूरी दे दी है। इसके बाद सीटों की मंजूरी के लिए एनएमसी को प्रस्ताव भेजा गया है। जहां से जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने जताई है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज को सिद्धार्थनगर और देवरिया में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नोडल बनाया गया है। यही वजह है कि दोनों जगहों के एमबीबीएस की सीटों का प्रस्ताव बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने भेजी है। दोनों जिलों में मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद से बीआरडी मेडिकल कॉलेज का भी भार काफी कम होगा, क्योंकि बस्ती में पहले से मेडिकल कॉलेज है। देवरिया व सिद्धार्थनगर में भी खुल जाने से नेपाल, बिहार के मरीज इन दोनों मेडिकल कॉलेजों में जा सकेंगे। इसके अलावा बलरामपुर और श्रावस्ती के मरीजों के लिए भी सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज आने-जाने में आसानी हो जाएगी।
स्टाफ के लिए सहमति जता चुका है एनएमसी
इससे पूर्व बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने दोनों मेडिकल कॉलेजों में शिक्षक-चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती का प्रस्ताव नेशनल मेडिकल कमीशन को भेजा था। इस पर नेशनल मेडिकल कमीशन ने सहमति भी जता दी है। अब केवल सीटों पर फैसला होना बाकी है। इसके बाद से नए सत्र से दोनों मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।


बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि सिद्धार्थनगर और देवरिया मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में हैं। दोनों जगहों पर तेजी से काम हो रहे हैं। एमबीबीएस की 100-100 सीटों की मंजूरी शासन से मिल चुकी है। अब एनएमसी से सहमति मिलनी बाकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि जनवरी या फरवरी माह में एनएमसी से मंजूरी मिल जाए। इसके बाद से 2021-22 सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।