देवरिया टाइम्स
जिले की पैकोली कुटी के सातवें पवहारी महाराज राघवेंद्र दास जु का शुक्रवार को निधन हो गया। कुछ समय पूर्व ही वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्हें सांस लेने तकलीफ होने के चलते शुक्रवार की दोपहर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मूलतः वे पकड़ी बाजार के पास पिपरा पुरुषोत्तम निवासी थे वे 2011 में कुटी की गद्दी सम्भाले थे। जिसके अंतर्गत करीब 360 मंदिर आते है। जिसमे देवरही मंदीर, बैकुंठपुर का मंदिर और पैकीली कुटी का मंदिर प्रमुख है।
जानकारी के मुताबिक राघवेंद्र जी गुरुवार को ही हरिद्वार कुंभ से लौटे थे

भटवलिया कुटी पर कुछ देर विश्राम करने के बाद महाराज जी बैकुंठपुर कुटी गए। वहां से लौटकर पैकौली स्थित मूल कुटी पर महाराज ने रात्रि विश्राम किया। शुक्रवार की सुबह महाराज जी को सांस लेने में कठिनाई होने लगी। इस पर कुटी के लोग उन्हें जिला अस्पताल में इलाज के लिए लेकर पहुंचे। अस्पताल में एंटीजन टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उन्हें एमसीएच विंग के कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया जहां 4 बजे उनका निधन हो गया। दो साल पहले उनकी किडनी का प्रत्यारोपण हुआ था।

पवहारी महाराज के प्रयाण की सूचना मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ गई। लोग भटवलिया कुटी पर जमा होने लगे। इधर जिला अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर भटवलिया कुटी पर लाया गया। कोरोना संक्रमित होने के चलते किसी को भी महाराज जी के पार्थिव शरीर के दर्शन की अनुमति नहीं दी गई।