देवरिया टाइम्स
देवरिया जिले में समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत सदस्य के टिकट से वंचित कई दावेदारों ने अपने समर्थकों के साथ रविवार की सुबह पार्टी कार्यालय पहुंच कर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। पार्टी कार्यालय पर ताला बंद देख सपा नेता जिलाध्यक्ष के मोबाइन पर फोन मिलाने लगे तो उनका फोन स्वीच ऑफ मिला। इस पर दावेदार विरोध जताने के लिए जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव के साकेत नगर स्थित घर पहुंच कर धरने पर बैठ गए। जिसके बाद जिलाध्यक्ष नाराज सपा नेताओं को मनाने में जुट गए। करीब तीन घंटे से अधिक समय तक उनके आवास पर हुई बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष से वार्ता कर पुनर्विचार का आश्वासन दिया। जिसके बाद सपा नेताओं ने प्रदर्शन खत्म किया।
सपा के जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों की सूची जारी होने के कुछ समय बाद ही टिकट से वंचित पूर्व जिला पंचायत सदस्यों ने सपा जिलाध्यक्ष पर अपने चहेतों को टिकट दिलाने का गंभीर आरोप लगाते हुए बगावती तेवर अपना लिया है।सपा से टिकट को लेकर अपने आप को प्रबल दावेदार बताने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम प्रकाश यादव, अशोक कुमार, रामध्यान कन्नौजिया, ज्ञानचंद यादव, शैलेंद्र, हरिओम यादव लाला अपने समर्थकों के साथ पार्टी कार्यालय पहुंच गए। टिकट से वंचित सपा नेताओं ने देखा कि गेट पर ताला बंद है तो कुछ देर तक इंतजार किया।

जब काफी समय बीत गया तो सपा नेताओं ने जिलाध्यक्ष के मोबाइल नंबर पर फोन कर उनके संपर्क साधने का प्रयास किया। लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला तो सपा नेताओं ने गेट के सामने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

काफी संख्या में आए सपा कार्यकर्ता कुछ स्थानीय नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने लगे। जारी सूची में एक प्रत्याशी के नाम को लेकर एक सपा नेता ने जिलाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाने लगे कि आपराधिक पृष्ठि भूमी के एक प्रत्याशी को टिकट दिया गया है। सपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को टिकट देने में अनदेखी की गई है। इसी बीच सपा के वरिष्ठ नेता हृदय नारायण जायसवाल और पहलवान रामाश्रय यादव पार्टी कार्यालय पहुंचे तो उनसे नेता शिकायत करने लगे।
इस संबंध में जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश के अनुसार टिकट की घोषणा की गई है। नाराज कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। उनकी मांगों से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया जा रहा है। वहां से जैसा निर्देश होगा किया जाएगा।