देवरिया टाइम्स
शहरी क्षेत्र में शामिल होने वाले 30 राजस्व गांवों का विकास नगर पालिका देवरिया अब अपने स्तर से करेगी। शासन की ओर से अधिसूचना जारी होते ही यह कवायद भी तेज हो गयी है। शहरी क्षेत्र में शामिल होने वाले सभी गांवों के लोगों में इस बात को लेकर खुशी है। यहां होने वाले सभी विकास कार्य अब पूरी तरह से नगर विकास अनुभाग के अंतर्गत होने लगेंगी। नगर पालिका इनके विकास की विशेष रूप रेखा बनाएगी।

नगर क्षेत्र में शामिल होते ही प्रस्तावित गांवों में विकास का पटल बदल जायेगा। अब तक इन क्षेत्रों का विकास पंचायतीराज विभाग की ओर से होता रहा है लेकिन नगर पालिका क्षेत्र में शामिल होते ही यहां विकास की जिम्मेदारी नगर विकास अनुभाग के हवाले हो जाएगा। यह अनुभाग नगर पालिका व नगर निकायों में विकास कार्यों, सुविधाओं आदि का संचालन करती है। पालिका की सीमा में शामिल होने वाले गांवों की जनगणना तहसील स्तर से न होकर अब नगर पालिका स्तर से कराई जाएगी। ऐसे में नगर पालिका की आबादी में बढ़ोतरी होना तय हो जाएगा। 2011 की जनगणना पर गौर करें तो उस समय शहर की आबादी 1,29,470 थी। वहीं पालिका में शामिल होने वाले 30 गांवों की आबादी 68,992 थी। इस तरह पिछले जनगणना के अनुसार शहर व प्रस्तावित क्षेत्र की आबादी 1,98,462 (लगभग दो लाख) हो जाएगी। इसके साथ ही लगभग 4090 हेक्टेयर भूमि भी नगर पालिका में शामिल होंगे। ऐसे में पालिका की आय लगभग तिगुनी हो जाएगा। इन जगहों पर सड़क, बिजली, पानी आदि सुविधाएं देना नगर पालिका की जिम्मेदारी बन जाएगी।
शहर में शामिल हो रहे ये गांव
तिलई बेलवा, परसिया उर्फ खरजरवा, डंभर उर्फ जटमलपुर, पगरा उर्फ परसियां, घटैला गाजी, बरवा गोरस्थान, बड़हरा, चिंतामन चक, पिपरपाती, गोबराई खास, चकबुधन उर्फ सिंहपुर, मेहड़ा नगर बाहर, बोड़िया अनंत, धनौती खुर्द, मुड़ाडीह, सकरापार, देवरिया खास, बभनी नगर बाहर, रामपुर खुर्द, चांदपुर, भीमपुर, पिड़रा, पिपराईच, रघवापुर, धनौती कला, कतरारी, इजरही, दानोपुर, सोंदा, कठिनहिया गांव नगर पालिका में शामिल होंगे।
क्षेत्र के विकास के लिए अब होंगे सभासद के चुनाव
नगर पालिका की सीमा में 30 गांवों के शामिल होने के बाद विकास कार्यों की जिम्मेदारी सभासदों की होगी। यहां प्रधानी चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। इसके साथ कि इन क्षेत्रों में बीडीसी चुनाव भी नहीं हो सकेंगे। यहां नगर पालिका चुनाव प्रक्रिया के अंतर्गत सिर्फ सभासद ही चुने जाएंगे।
लेखा-जोखा के लिए राजस्व विभाग में बरकरार रहेंगे सभी गांव
नगर पालिका में शामिल होने वाले सभी गांवों का लेखा जोखा राजस्व विभाग की ओर से पहले की तरह ही होंगे। इस कार्य प्रणाली में कोई बदलाव नहीं होगा। सभी गांवों के नाम भी पूर्व के होंगे लेकिन अब इन्हें नगर क्षेत्र के मोहल्ले के रूप में जाना जाएगा।
शहर क्षेत्र में 30 गांवों के शामिल होने के बाद यहां विकास का जिम्मा नगर पालिका का हो जाएगा। सुविधाएं बढ़ जायेंगी। इससे गांव के लोगों को शहर की सुविधाएं मिलेंगी। इन क्षेत्रों का तेजी से विकास हो इसके लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
अलका सिंह, अध्यक्ष, नगर पालिका, देवरिया।
सीमा विस्तार होने से नगर पालिका के साथ-साथ इसमें शामिल होने वाले गांवों को फायदा मिलेगा। नगर पालिका की आय में वृद्धि होगी तो उधर गांवों में शहर की तरह विकास भी संभव हो जाएगा।
रोहित सिंह, ईओ, नगर पालिका, देवरिया।