संवाददाता- पं.अतुल पति त्रिपाठी, देवरिया टाइम्स, देवरिया,
आज-कल दुनिया में कोरोना वायरस से चारों ओर हड़कंप मचा हुआ है। अलग-अलग देशों में इससे निपटने की सभी कोशिशें की जा रही हैं। चीन में महामारी की रूप ले चुका कोरोना वायरस अब तक दुनिया के 19 देशों में फैल चुका है। वहीं पूरी दुनिया को इसकी पहली वैक्सीन का इंतजार है। पूरी दुनिया इसकी आहट से डरी हुई है। चीन में अब तक इसके 5974 मरीजों की पुष्टि सरकार कर चुकी है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसके 1239 मरीजों की हालत गंभीर है जबकि 132 मरीजों की मौत हो चुकी है।
चीन के अलावा कई दूसरे देशों ने इससे बचाव के उपाय शुरू कर दिए हैं। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडों पर थर्मल स्कैनर लगाए हैं। ऐसा करने वालों में भारत, जर्मनी, अमेरिका, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, कंबोडिया, साइप्रस, इंडोनेशिया, यूएई और सिंगापुर समेत कई अन्य देश शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी डिजिटल निर्देश में लोगों से सावधानी बरतने की गुजारिश की है और अपील की है कि इस संदेश को अपने सभी प्रियजनों को सोशल मिडिया या मोबाइल से इस संबंध में जानकारी से अवगत करावें।
आखिर क्या है कोरोना वायरस :
कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जो जानवरों और इंसानों को बीमार कर सकता है। ये एक RNA वायरस है, जिसका मतलब ये है कि यह एक शरीर के अंदर कोशिकाओं में टूट जाता है और उनका उपयोग खुद को पुन: उत्पन्न करने के लिए करता है।
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है.
इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था.
डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है.
कैसे फैलता है ये वायरस :
ये बीमारी सिर्फ खांसी और छींक के ज़रिए लोगों में फैल सकती है, इसका मतलब ये वायरस बेहद आसानी से किसी को भी संक्रामित कर सकता है।
इसके अलावा यह लार के ज़रिए निकट संपर्क, चुंबन या फिर बर्तन शेयर करने से भी फैल सकता है। क्योंकि यह फेफड़ों को संक्रमित करता है,
इसलिए खांसते वक्त मुंह से निकले वाली बूंदें भी सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकती हैं।
कहां से शुरू हुआ वायरस?
यह वायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ। इसके बाद इससे पीड़ित मरीज थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी मिल रहे हैं।
हाल ही में इंग्लैंड में भी एक परिवार के इस वायरस की चपेट में आने की जानकारी सामने आई है।
क्या हैं बीमारी के लक्षण? :
कोरोना वायरस के लक्षण स्वाइन फ्लू जैसे हैं। इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना सिर में तेज दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं.
यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था.
इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है. लोगों से अपील है इन लक्षणों को ध्यान में रखें
तेज बुखारसिर में तेज दर्दखांसी और कफगला में खराबनाक का बहना निमोनियाथकान महसूस होना सांस लेने में परेशानी आदि
कोरोना वायरस के मरीजों में जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं।
इसके बाद ये लक्षण निमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण हो जाता है।जरूरी सावधानियां :
सामान्य सर्दी जुकाम और बुखार की तरह होते हैं लेकिन यदि आप मांस मछली और मांसाहार ज्यादा खाते हैं या पॉल्ट्री, मीट फॉर्म के आस पास रहते हैं तो इन लक्षणों में बिलकुल हलके में मत लीजिए।
इस सामान्य से दिखने वाले लक्षणों में ही कोरोना वायरस हो सकता है जो जानलेवा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक आपको इन सावधानियों को रखना चाहिए
अपने हाथ साबुन-पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें।खांसते या छींकते हुए अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।मीट व अंडों को खाने से पहले अच्छे से पकाएं।जंगली और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं।संभव हो सके तो स्कूल या अस्पताल जाते समय मास्क का प्रयोग करें।संभव हो तो मांसाहार को कुछ समय के लिए छोड़ दें, अगर आप खुद मीट पकाते हैं तो मांस मछली और अंडों को भी बहुत अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।उन इलाकों से दूर रहें जहां पॉल्ट्री फार्म औऱ मीट फार्म हैं।भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं, खास तौर पर चीन से सफर कर लौटे व्यक्ति से दूर रहें।सब्जी और फलों को खाने से पहले अच्छी तरह धोएं।अपने हाथ और उंगलियों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छूएंजिन देशों या जगहों पर इस बीमारी का प्रकोप फैला है, वहां यात्रा करने से बचें। सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक यातायात के साधनों में कुछ भी छूने या किसी से हाथ मिलाने से बचें।
जनहित में जारी देवरिया टाइम्स,